Pag ghunghru bandh Meera nachi thi song lyrics in hindi

Pag ghunghru bandh Meera nachi thi song lyrics in hindi

Ke pag ghungru bandh song फ़िल्म “नमकहलाल” का जिसके song lyrics in hindi आपके समक्ष प्रस्तुत हैं। सोंग लिरिक्स और उससे जुड़ी जानकारी भी आपके साथ साझा हैं। 

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Old is gold lyrics के पग घुंगरू बांध मीरा नाची थी हम नाचे बिन घुंघरू के लिरिक्स 

1982 की सुपरहिट फिल्म “नमकहलाल” जिसके सारे गीत बहुत ही लोकप्रिय हुए। Pag ghungru bandh Meera nachi song lyrics की लोकप्रियता का आलम आज तक बरकरार है।

अंजान साहब और प्रकाश मेहरा ने मिलकर लिखे song lyrics पग घुंगरू बांध मीरा नाची थी

प्यारे बप्पी लाहिरी ने पग घुंगरू बांध मीरा नाची सोंग लिरिक्स को अपने संगीत से सजाया।

अंजान साहब और प्रकाश मेहरा द्वारा लिखे सोंग लिरिक्स और बप्पी दा के संगीत निर्देशन में हमारे चहेते किशोर दा ने बड़ी ही तन्मयता से गाया के पग घुंगरू बांध मीरा नाची थी और हम नाचे बिन घुंगरू के ...। 

  • गीत:- पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी
  • फिल्म:- नमकहलाल(१९८२)
  • गायक:- किशोर कुमार
  • गीतकार:- अंजान, प्रकाश मेहरा
  • संगीतकार:- बप्पी लाहिरी

नमकहलाल फिलम का गीत घुंगरू बांध मीरा नाची थी का लिरिक्स 

हम्म हे हे.. 

बुजुर्गों ने बुजुर्गों ने फ़रमाया 

कि पैरों पे अपने खड़े होके दिखलाओ फिर ये ज़माना… तुम्हारा है 

ज़माने के…

सुर ताल के साथ 

चलते चले जाओ… 

फिर हर तराना तुम्हारा

फ़साना तुम्हारा है….

अरे तो लो भैया हम 

अपने पैरों के ऊपर खड़े हो गए 

और मिला ली है ताल 

दबा लेगा दाँतों तले उँगलियाँ-लियां 

ये जहां देखकर देखकर अपनी चाल वाह वाह वाह वाह 

धन्यवाद 

के पग घुंघरू

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

और हम नाचे बिन घुंघरू के 

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

वो तीर भला किस काम का है 

जो तीर निशाने से चूके-चूके-चूके रे 

के पग घुंघरू.. 

पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

नाची थी नाची थी नाची थी हाँ 

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

सा सा सा ग ग रे रे सा नि नि नि सा सा सा 

सा सा सा ग ग रे रे सा नि नि नि सा सा सा 

सा सा सा ग ग रे रे सा नि नि नि सा सा सा 

ग ग ग प प म म ग रे रे रे ग ग ग ग ग ग प 

प म म ग रे रे रे ग ग ग प नि सा प नि सा प 

नि सा म प नि म प नि म प नि म प नि

रे 

रे रे रे रे रे रे रे रे ग रे ग रे ग रे ग रे ग प प प 

प प म ग रे नि सा नि ध प सा नि सा ध सा 

नि सा ध सा नि सा ध सा नि सा ध सा ध नि 

सा सा ध नि सा सा ध नि सा सा प म प म 

ग म ग रे ग रे सा ग सा नि सा ग सा ग रे ग 

रे ग रे म ग म ग म प म प म प म ग रे सा 

नि ध प सा प म ग रे सा नि ध प सा प म ग रे सा नि ध प सा

हम्म…

आप अन्दर से कुछ और 

बाहर से कुछ और नज़र आते हैं 

बाखुदा शक्ल से तो चोर नज़र आते हैं

उम्र गुज़री है सारी चोरी में 

सारे सुख-चैन बंद जुर्म की तिजोरी में 

आपका तो लगता है बस यही सपना

राम-राम जपना पराया माल अपना

आपका तो लगता है बस यही सपना

राम-राम जपना, पराया माल अपना 

वतन का खाया नमक तो 

नमक हलाल बनो 

फ़र्ज़ ईमान की जिंदा यहाँ मिसाल बनो पराया धन परायी नार पे नज़र मत डालो 

बुरी आदत है ये आदत अभी बदल डालो क्योंकि ये आदत तो वो आग है जो 

इक दिन अपना घर फूंके-फूंके-फूंके रे 

के पग घुंघरू… 

पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

नाची थी नाची थी नाची थी हाँ

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी

मौसम-ए-इश्क में मचले हुए अरमान है हम…

दिल को लगता है के दो जिस्म एक जान है हम 

ऐसा लगता है तो लगने में कुछ बुराई नहीं 

दिल ये कहता है आप अपनी हैं पराई नहीं 

संगमरमर की हाय 

कोई मूरत हो तुम 

बड़ी दिलकश बड़ी ख़ूबसूरत हो तुम 

दिल-दिल से मिलने का कोई महूरत हो 

प्यासे दिलों की ज़रुरत हो तुम 

दिल चीर के दिखला दूं मैं दिल में यहीं सूरत हसीं 

क्या आपको लगता नहीं हम हैं मिले पहले कहीं 

क्या देश है 

क्या जात है 

क्या उम्र है 

क्या नाम है 

अरे छोड़िये इन बातों से 

हमको भला क्या काम है 

अजी सुनिए तो हम आप मिलें तो फिर हो शुरू 

अफ़साने लैला मजनू लैला मजनू के 

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी 

और हम नाचे बिन घुंघरू के 

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी


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